प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव: अपने मंदिर में विराजमान हुए प्रभु श्रीराम और माता सीता, गूंजे वैदिक मंत्र; रामनगरी के इतिहास में जुड़ा स्वर्णिम अध्याय

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव: अपने मंदिर में विराजमान हुए प्रभु श्रीराम और माता सीता

अयोध्या के इतिहास में गुरुवार का दिन स्वर्णिम अध्याय बन गया जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने भव्य श्रीराम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराई। ब्रह्ममुहूर्त से मंदिर प्रांगण वैदिक मंत्रों, शंखध्वनि और हवन की सुगंध से आध्यात्मिक वातावरण में डूबा रहा।राम दरबार में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियाँ मकराना के सफेद संगमरमर से बनाई गई हैं। जयपुर के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडेय द्वारा तैयार की गई इन मूर्तियों का भव्य श्रृंगार और विशेष पूजा-अर्चना की गई।मुख्यमंत्री योगी ने हनुमानगढ़ी में दर्शन के बाद मंदिर में विग्रहों का अभिषेक किया और आरती उतारी। इस आयोजन में 101 वैदिक आचार्य, संत धर्माचार्य, ट्रस्ट व विहिप पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर बने गर्भगृह व परकोटे के सात मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। मूर्तियों को रंगीन वस्त्रों और आभूषणों से सजाया गया।

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अयोध्या के इतिहास में गुरुवार का दिन एक ऐतिहासिक क्षण लेकर आया, जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की पहली मंजिल स्थित भव्य राम दरबार में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की। वैदिक मंत्रों, शंखध्वनि और हवन की सुगंध से मंदिर परिसर में दिव्यता और भक्ति का वातावरण गूंज उठा।

प्राण प्रतिष्ठा की भव्यता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में आयोजित इस दिव्य अनुष्ठान में 101 वैदिक आचार्यों ने पूजा-पाठ व मंत्रोच्चार के बीच राम दरबार सहित गर्भगृह के चारों कोनों में बने सात मंदिरों में भी प्राण प्रतिष्ठा संपन्न कराई। इस दौरान राम दरबार की मूर्तियों से आवरण हटाया गया और उनका भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी गई।

राम दरबार की मूर्तियां

राम दरबार में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। सभी प्रतिमाएं मकराना के सफेद संगमरमर से बनी हैं और इन्हें जयपुर के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडेय ने सात महीनों में तराशा।

  • राम और सीता की मूर्ति एक ही पत्थर से बनी 4.5 फुट ऊंची है।
  • लक्ष्मण और शत्रुघ्न भी 4.5 फुट के हैं और राम-सीता के पीछे खड़े हैं।
  • भरत और हनुमान तीन-तीन फुट ऊंचे हैं और भगवान राम के चरणों में बैठे हैं।
  • भगवान राम के हाथ में धनुष है और सभी मूर्तियों के लिए साढ़े तीन फुट ऊंचा सिंहासन बनाया गया है।

दिव्य उपस्थिति

इस आयोजन में अयोध्या के 19 प्रमुख संत, धर्माचार्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, संघ और विहिप के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे। भजन गायक करण अर्जुन ने भक्ति गीतों से वातावरण को और भावविभोर किया।

दर्शन और श्रद्धा

राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की नई व्यवस्था भी शुरू हो गई है। राम दरबार की मूर्तियां आठ फुट की ऊंचाई से दर्शन हेतु रखी गई हैं, जिनके वस्त्र और आभूषण नियमित रूप से बदले जाएंगे।

सीएम योगी ने इस अवसर पर हनुमानगढ़ी जाकर दर्शन-पूजन भी किया। कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने प्रभु राम के चरणों में प्रणाम कर राममय वातावरण में अयोध्या को एक नई आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर दिया।

जल्द पूरी होगी मंदिर की शेष निर्माण प्रक्रिया

राम मंदिर निर्माण समिति के अनुसार, अब अंतिम चरण का कार्य शेष है और जल्द ही पूरा मंदिर श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह खुल जाएगा।

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