बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर और न्यास गठन के विरोध में बुधवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री और अखिल भारतीय हिंदू महासभा की अध्यक्ष राजश्री चौधरी वृंदावन पहुंचीं। उन्होंने 21 दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए सांसद हेमा मालिनी पर तीखा हमला बोला। राजश्री ने आरोप लगाया कि हेमा मालिनी बृजवासियों को भ्रमित कर रही हैं। उन्होंने योगी सरकार पर हिंदू विरोधी नीतियों का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका संगठन जमीन से कोर्ट तक इस अधिग्रहण के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा।प्रदर्शन में गोस्वामी समाज, व्यापारी वर्ग और कई संगठन सरकार के फैसले के विरोध में एकजुट हैं, जबकि कुछ समूह इसके समर्थन में भी हैं।
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ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर में प्रस्तावित कॉरिडोर और न्यास निर्माण को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन में बुधवार को अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी भी शामिल हुईं। उन्होंने मंदिर परिसर पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया और मीडिया से बातचीत में सांसद हेमा मालिनी की भूमिका पर सवाल उठाए।
राजश्री चौधरी ने कहा कि बांके बिहारी मंदिर का अधिग्रहण ब्रजवासियों की आस्था और धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा प्रहार है। उन्होंने मथुरा-वृंदावन की सांसद हेमा मालिनी की आलोचना करते हुए कहा कि “वह अपनी पूर्व अभिनेत्री की छवि का उपयोग कर भ्रामक रूप से ब्रजवासियों को गुमराह कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि का कर्तव्य अपने क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को समझना और उनका समर्थन करना होता है, न कि सरकार के हर निर्णय का आंख मूंदकर समर्थन करना।
लगातार जारी है विरोध प्रदर्शन
करीब 21 दिनों से ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर और न्यास गठन के विरोध में स्थानीय गोस्वामी समाज, व्यापारी वर्ग और अन्य धार्मिक-सामाजिक संगठनों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। राजश्री चौधरी ने इस आंदोलन को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि उनका संगठन इस मुद्दे पर भूमि से न्यायालय तक संघर्ष करेगा।
उन्होंने राज्य सरकार पर हिंदू विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार का यह कदम जनभावनाओं के विपरीत है ।