1979 में पाकिस्तान से भारत आई राधारानी का अब 45 वर्षों का इंतजार खत्म हो गया है जानकरी के मुताबिक पिछले 45 वर्षों से यूपी के मथुरा यानी कान्हा की नगरी में रह रहीं राधारानी को अभी तक भारतीय नागरिकता प्राप्त नही हुई थी लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गये सीएए यानी नागरिकता संसोधन अधिनयम के तहत राधारानी को भारतीय नागरिकता दी जाएगी
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मथुरा की राधारानी सन 1979 में पाकिस्तान से भारत आई थी और अब उनका 45 वर्षों का इंतजार खत्म हो गया है जानकरी के मुताबिक पिछले 45 वर्षों से यूपी के मथुरा यानी कान्हा की नगरी में रह रहीं राधारानी को अभी तक भारतीय नागरिकता प्राप्त नही हुई थी लेकिन अब केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गये सीएए यानी नागरिकता संसोधन अधिनयम के तहत राधारानी को भारतीय नागरिकता मिल सकेगी
नागरिकता संसोधन अधिनयम के अनुसार नागरिकता उनको दी जायेगी जो लोग 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान से भारत आये हैं और पाकिस्तानी हिंदुओं को अंकित किया जाएगा और पाकिस्तानी हिंदुओं में से एक हमारी राधारानी हैं जिनका 45 वर्षों का इंतजार खत्म होने जा रहा है सीएए की अधिसूचना के बाद से ही राधारानी भारतीय कहलायेंगी केंद्र सरकार द्वारा सीएए यानी नागरिकता संशोधन अधिनियम जारी करने बाद से ही पुलिस कर्मधारियों ने उन लोगों को अंकित करना शुरू कर दिया है जो वर्ष 2014 से पहले पाकिस्तान से भारत आये हैं
जानकारी के मुताबिक पता चला है कि अभी तक ऐसे चार लोगों का ही पता चल पाया है जो 31 दिसंबर 2014 से पहले पाकिस्तान आए थे और तब से ही ये पाकिस्तानी हिंदू मथुरा में रह रहे हैं सूत्रों से यह भी पता चला है कि इन चारों पाकिस्तानी हिंदुओं में से एक कोसीकला में व तीन व्रंदावन में रह रहे हैं इन चारों पाकिस्तानी हिंदुओं को सारी औपचारिकता पूरी करने के बाद नागरिकता प्राप्त हो सकेगी
1979 में पाकिस्तान से भारत आई राधारानी पिछले 45 वर्षों से व्रंदावन की काशीराम कोलानी में रह रही हैं जानकारी से पता चला है कि राधारानी के पति तो पहले ही काम के विषय से भारत आ गये थे और सन 1979 में राधारानी अपने ससुर के साथ भारत आई थी और राधारानी के भारत आने के बाद ही उन्होने तीन बेटे व दो बेटियों को जन्म दिया एक बेटा जगदीप व दूसरा बेटा संजय रिक्शा चलाता है राधारानी के बेटा संजय ने बताया कि उनके पिताजी व दादाजी का कई वर्ष पहले ही निधन हो चुका है और उन्होने यह भी का कि मेरी माँ बहुत खुश है क्योंकि 45 वर्षों के बाद उनकी तमन्ना पूरी होने जा रही है आखिरकार उन्हें भारतीय नागरिकता प्राप्त होने जा रही है
ऐसे ही राधारानी की तरह ही जया बाई रामनरेती में रह रही हैं जोकि वर्ष 2014 से पहले भारत आई थी सीएए यानी नागरिकता संसोधन अधिनयम के होने के बाद से उन्हे हिंदुस्तान की नागरिकता मिल जायेगी
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