30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है, और इस बार रामनवमी के दिन उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के देवालयों में रामचरित मानस का अखंड पाठ होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी तैयारी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पाठ 5 अप्रैल को शुरू होकर 6 अप्रैल को श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ संपन्न होगा।मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
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चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू हो रही है, और इस बार रामनवमी पर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के मंदिरों में रामचरित मानस का अखंड पाठ होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि यह पाठ 5 अप्रैल से शुरू होकर 6 अप्रैल को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के सूर्य तिलक के साथ संपन्न होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें आगामी चैत्र नवरात्रि और श्रीराम नवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक के दौरान, उन्होंने बलरामपुर के देवीपाटन मंदिर, सहारनपुर के शाकुम्भरी देवी मंदिर, मीरजापुर के विंध्यवासिनी देवी धाम जैसे प्रमुख देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को ध्यान में रखते हुए उचित प्रबंध करने की बात कही। इसके अतिरिक्त, रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन के लिए देशभर से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी विशेष व्यवस्थाओं की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए 24 घंटे बिजली आपूर्ति, मांसाहारी उत्पादों की दुकानों पर प्रतिबंध, और अवैध स्लाटरिंग पर कड़ी निगरानी रखने की बात कही। इसके साथ ही, स्वच्छता अभियान चलाने और पुलिस विभाग को भीड़ प्रबंधन के निर्देश दिए गए हैं।