नवरात्रि के छठे दिन हम माँ कात्यायिनी की आराधना करते है।
नवरात्रि-2023 दिन 6 की शुभकामनाएं : शारदीय नवरात्रि 2023 शुरू हो चुकी है। शारदीय-नवरात्रि उत्सव में देवी दुर्गा की नौ दिवसीय पूजा रविवार, 15 अक्टूबर को शुरू हो चुकी है और सोमवार, 23 अक्टूबर, 2023 तक चलेगी।
नवरात्रि-2023: माँ कात्यायिनी की कथा
पौराराणिक कथा के अनुसार वनमीकथ का नाम के महर्षि थे, उनका एक पुत्र था जिसका नाम कात्य रखा गया। इसके बाद कात्य गोत्र में महर्षि कात्यायन ने जन्म लिया, उनकी कोई संतान नहीं थी। उन्होंने मां भगवती को पुत्री के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की, महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर मां भगवती ने उन्हें साक्षात दर्शन दिया। कात्यायन ऋषि ने माता को अपनी मंशा बताई, देवी भगवती ने वचन दिया कि वह उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लेंगी। (यह भी पढ़ें: राशिफल 20 अक्टूबर 2023)

जब तीनों लोक पर महिषासुर नामक दैत्य का अत्याचार बढ़ गया और देवी देवता उसके कृत्य से परेशान हो गए, तब ब्रह्मा, विष्णु और भगवान शिव के तेज से माता ने महर्षि कात्यायन के घर जन्म लिया। इसलिए माता के इस स्वरूप को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। माता के जन्म के बाद कात्यायन ऋषि ने सप्तमी, अष्टमी और नवमी तीन दिनों तक मां कात्यायनी की विधिवत पूजा अर्चना की। इसके बाद मां कात्यायनी ने दशमी के दिन महिषासुर नामक दैत्य का वध कर तीनों लोक को उसके अत्याचार से बचाया। यह भी पढ़ें: नवरात्रि : पाठ श्री दुर्गा चालीसा)
माता कात्यायनी मंत्र
1- ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
2- कंचनाभा वराभयं पद्मधरां मुकटोज्जवलां।
स्मेरमुखीं शिवपत्नी कात्यायनी नमोस्तुते॥
3- चन्द्रहासोज्जवलकरा शाईलवरवाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।।