तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में जहरीली शराब पीने से अबतक 38 लोगों की जान चली गयी है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को शराब पीने के बाद लोगों को तत्काल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इनमें से अब तक 38 की मौत हो गयी है जबकि अन्य लोगों का इलाज जारी है।
तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से अबतक 38 लोगों की मौत हो गई है और 60 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि मरने वालों में महिलाएं भी शामिल हैं और अधिकांश मृतकों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही सौंपी जाएगी।
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि 18 जून को, कल्लाकुरिची जिले के करुणापुरम के कई लोगों के कथित तौर पर पैकेट और पाउच में बेची जाने वाली नकली शराब पीने से रात तक उन लोगों में से कई को दस्त, उल्टी, पेट दर्द और आंखों में जलन जैसे लक्षण महसूस होने लगे। बताया जा रहा है कि शराब पीने वालों में से ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर थे.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगों की मौतें ‘मेथनॉल मिश्रित अरक’ के पीने से हुईं है और साथ ही जहरीले अरक की बिक्री जैसे अपराध में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से अधिकारियों ने एक के पास से 200 लीटर शराब भी बरामद की है। शराब की जांच करने के नमूनों में मेथनॉल पाया गया। जिसकी पुष्टि एक सरकारी बयान में की गई।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है, जबकि घायल लोगों को 50,000 रुपये की सहायता आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घटना को लेकर सीबी-सीआईडी को जांच का आदेश दिया है. और साथ ही उन्होंने अधिकारियों को मद्रास हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी गोकुलदास के नेतृत्व में एक आयोग को सूचित करने का भी आदेश दिया. ऐसी घटनाएं फिर से न दोहराई जाएं इसे रोकने के लिए उठाए जाने वाले उपायों पर सरकार को सिफारिशें दे। और साथ ही कल्लाकुरिची की मौत के कारणों पर भी गौर किया जाए।
स्टालिन ने यह भी कहा कि राज्य के गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक शराब नमूने का निरीक्षण करने के बाद जहरीली शराब त्रासदी पर एक रिपोर्ट सौंपेंगे। मृतकों की संख्या बढ़ने पर पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी पलानीस्वामी की पार्टी एआईएडीएमके ने मद्रास हाई कोर्ट से मामले में तत्काल सुनवाई करने की अपील की है।
कोर्ट ने बताया कि न्यायमूर्ति डी कृष्णकुमार और न्यायमूर्ति के कुमारेश बाबू की खंडपीठ द्वारा 21 जून (शुक्रवार) को जहरीली शराब मामले की सुनवाई की जाएगी। इस बीच, द्रमुक सरकार ने कल्लाकुरिची जिला कलेक्टर श्रवण कुमार जाटवथ का ट्रांसफर कर पुलिस अधीक्षक समय सिंह मीना को सस्पेंड कर दिया।
विपक्ष का डीएमके पर तीखा हमला
घटना में मृतकों की संख्यां बढ़ने पर विपक्ष ने द्रमुक सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि “अवैध शराब पर नकेल कसने में द्रमुक सरकार असफल रही जबकि इसके कारण पहले ही कई लोगों की जान चली गयी है।
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने भी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “समय-समय पर, हमारे राज्य के विभिन्न हिस्सों से अवैध शराब पीने की वजह से लोगों की दुखद हानि की सूचना आती रहती हैं। यह शराब के उत्पादन और खपत को रोक लगाने में जारी खामियों को दर्शाता है। यह गहरी चिंता का विषय है।”
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