मथुरा के वृंदावन स्थित श्री रंगनाथ मंदिर में पांच दिवसीय श्री गोदा रंगमन्नार विवाहोत्सव धूमधाम से आयोजित किया गया। इस धार्मिक आयोजन को वैदिक परंपराओं के अनुसार बड़े श्रद्धा भाव से मनाया गया। श्री रामानुज संप्रदाय के प्रमुख मंदिर में गोदम्मा जी का भगवान रंगनाथ से विवाह उत्सव मनाया गया, जो हर साल पौष मास में आयोजित होता है।
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यह विवाहोत्सव दक्षिण भारत के प्रसिद्ध विल्लीपुत्तुर गांव की गोदम्मा जी के साथ भगवान रंगनाथ के विवाह का प्रतीक है। गोदा जी ने भगवान विष्णु के कृष्ण रूप में अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठिन व्रत किया था।
मंगल उत्सव के दौरान गोदम्मा जी का अभिषेक केसर मिश्रित हल्दी, चन्दन से किया गया और पवित्र नदियों के जल से सहस्त्र धारा से अभिषेक कर के उनके केश विन्यास भी किए गए। इसके बाद नवीन वस्त्राभूषण पहनाकर विवाह की मांगलिक रस्मों का आयोजन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ किया गया।
विवाह उत्सव के दौरान, मंदिर के पुजारियों ने भगवान रंगनाथ और गोदम्मा जी की माला अदला-बदली की। यह प्रक्रिया तीन बार चली। इसके बाद भगवान रंगनाथ और माता गोदा जी की आरती की गई और दोनों को मंडप में ले जाया गया, जहां उनका विवाह सम्पन्न हुआ।
विवाह समारोह में राजू स्वामी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य इस पवित्र विवाह उत्सव को संपन्न कराया। इस उत्सव से पहले, माता गोदा जी की सवारी मां यमुना के पूजन के लिए केशी घाट पहुंची, जहां पूजा अर्चना के बाद कुंभ आरती भी की गई।