योगी सरकार एक नए प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा मैं है, जिसमें वह पीलीभीत और ललितपुर में फार्मा पार्क विकसित कर रही है, जो उत्तर प्रदेश को फार्मा और बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हब बनाने का मकसद रखता है। इसकी जानकारी हाल ही में कुर्सी रोड के बायोटेक पार्क में हुई एक बैठक में दी गई। इस बैठक में देश भर के बायोटेक और फार्मा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल थे, और यहां सैकड़ों उद्यमियों ने निवेश की इच्छा जाहिर की।
भारत सरकार को बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यूपी की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई। जोकी नई फार्मा पालिसी-23 के तहत हैं।
बैठक में विशेषज्ञाें को बताया गया कि योगी प्रदेश को मेडिकल के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में जोर शोर से काम कर रही है। इसके तहत योगी सरकार जेवर एयरपोर्ट के पास 350 एकड़ में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में अत्याधुनिक मेडिटेक पार्क विकसित कर रही है,
ललितपुर में एक अत्याधुनिक फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है, जिसमें 100 से अधिक उद्योग स्थापित होंगे। इससे बल्क ड्रग्स के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री और एक्टिव फार्मास्यूटिकल का उत्पादन होगा, जो देश को आत्मनिर्भर बनाएगा और अन्य देशों को उपकरण और दवाओं की पूर्ति करने में मदद करेगा। इससे भारत को विश्व में दवाओं के लिए मशहूर होने का मौका मिलेगा, जबकि यहां से करीब दो सौ देशों को दवाओं की पूर्ति की जाएगी।
योगी सरकार पीलीभीत में एक नए बायोटेक पार्क बनाने की योजना बना रही है, जिससे देश में फर्मेंटेशन पर आधारित वस्तुओं के आयात को कम किया जा सकेगा। इस पार्क में बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट के विकास, कौशल विकास, और इंक्यूबेशन के लिए विंग भी स्थापित की जाएगी, जिससे 400 फार्मेसी और बायो टेक्नोलॉजी संस्थान के छात्रों को रोजगार और स्वरोजगार की सहायता मिलेगी। इसके साथ ही, वैज्ञानिकों को नई तकनीकों का विकास करने के लिए भी मजबूती प्राप्त करने का मंथन किया जाएगा।