उत्तर प्रदेश के आगरा क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक छात्र का पैसा शेयर बाजार में डूब गया तो छात्र ने ऐसी साजिश रच डाली कि परिजनों के होश उड़ गए। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने छात्र को लेकर बड़ा खुलासा किया।
उत्तर प्रदेश के आगरा में बीबीए में पढ़ने वाले छात्र निखिल यादव के पैसे शेयर बाजार में डूब गए। जिसके बाद छात्र ने अपने ही अपहरण की साजिश रची। अपने ही मोबाइल से परिजनों को मैसिज कर पांच लाख रुपये की फिरौती माँगी। सिकंदरा पुलिस ने छात्र को ढूंढ़ निकाला। छात्रा को नोएडा के होटल में ठहरा हुआ था। वह परिजन से रकम लेकर अपना कर्ज चुकाना चाहता था।
वहीं यह घटना सिकंदरा थाना क्षेत्र स्थित आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज की बताई जा रही है। वहीं छात्र निखिल धर्मपुरा, फरह का रहने वाला है जो कि मंगलवार को कॉलेज आया था। इसके बाद छात्र ने परिजन को फोन कर बताया कि वह जय प्रकाश उर्फ जेपी ने प्लॉट पर कब्जे की सूचना देकर अपने पास बुलाया है। बाद में दोबारा फोन करके बताया की उसका झगड़ा हो गया और इसके बाद कॉल कट कर दी।
बेटे के घर न लौटने पर पिता जगमोहन ने घटना की जानकारी सिकंदरा पुलिस को दी। इसमें जेपी को नामजद किया गया। पिता ने अपनी शिकायत देते हुए कहा कि उनका एक प्लॉट है। वहां पर ढूंढने गए लेकिन वो नहीं मिला। साथ ही वह पिता ने बेटे के साथ अनहोनी की आशंका जताई।
पुलिस को मैसेज से हुआ संदेह
जगमोहन के भाई के साले के मोबाइल पर निखिल के नंबर से पांच लाख रुपये की फिरौती के मैसेज आ रहे थे। इसके साथ ही एक वीडियो और फोटो भी भेजी थी। वीडियो में निखिल को बिस्तर पर गिरते हुए और एक फोटो में निखिल बेहोश दिखाई दे रहा था। ऐसा लग रहा है कि उसे बेरहमी से पीटा गया है। मगर, जिस तरह से मैसेज आ रहे थे, उससे पुलिस को संदेह हो गया।
होटल में वीडियो बनाकर भेजा था
डीसीपी सिटी ने बताया कि छात्र की आखिरी लोकेशन नोएडा की थी। इस पर सिकंदरा प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने निखिल को एक होटल में ढूंढ निकाला। पुलिस ने छात्र के फोन को कब्जे में लेकर उसे साथ थाने ले आए.
पुलिस ने छात्रा से पूछताछ की तो छात्र ने बताया कि वह शेयर बाजार में पैसा लगाता है। जिसमें उसके पांच लाख रुपये डूब गए। इस पर उसने खुद के अपहरण की साजिश रची। उसे लग रहा था घरवाले रकम दे देंगे तो वह अपना कर्ज चुका देगा। मगर, पुलिस को सूचना देने पर पूरा ड्रामा सामने आ गया।
परिजन ने पुलिस को बताया कि बेटा मोबाइल पर हर समय गेम खेलता रहता है। उन्हें बताता था कि वह पढ़ाई के साथ ही 1.50 लाख रुपये महीने की नौकरी कर रहा है। इस कारण उसे कभी मना नहीं किया।
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