तिहाड़: केजरीवाल को दी गईं शुगर फ्री मिठाइयां, कोर्ट में वकील ने ED के दावे पर उठाए सवाल ।

'तिहाड़ में केजरीवाल को दी गईं शुगर फ्री मिठाइयां, ED के दावों के बीच दिल्ली सीएम ने डाली नई याचिका

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर पिछले दो दिन से सियासत जोरों पर है। ईडी ने गुरुवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में कहा था कि केजरीवाल मेडिकल के आधार पर जमानत के लिए जेल में आलू-पूड़ी, आम और मिठाई खा रहे हैं। वही आम आदमी पार्टी गुरुवार से ही यह आरोप लगा रही है कि केजरीवाल को जेल में इंसुलिन नहीं मिल रही है।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के स्वास्थ को लेकर सियासत तेज है। कभी आम आदमी पार्टी आरोप लगाती है कि केजरीवाल के लिए जेल में जानबूझकर मीठा खिलाया जा रहा है वहीं ईडी (प्रवर्तन निदेशालय ) की तरफ से कहा गया है की केजरीवाल जानबूझकर मीठा खा रहे हैं, ताकि इससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और उन्हें मेडिकल के आधार पर जमानत मिल जाए। ईडी ने बताया की केजरीवाल को टाइप -2  डायबिटीज है, लेकिन वह जेल में आलू पूड़ी, आम और मीठा खा रहे हैं। इससे पता चलता है कि वे मेडिकल के आधार पर जमानत लेना चाहते है।  केजरीवाल शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में 18 दिन से बंद हैं। कोर्ट ने उन्हें घर का खाना खाने की अनुमति दी है। वहीं, दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल रोज 54 यूनिट इंसुलिन लेते है। उन्हें सीवियर डायबिटीज है। ED केजरीवाल का घर का खाना बंद करना चाहती है।

क्या है पूरा मामला

आम आदमी पार्टी गुरुवार से ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह आरोप लगा रही है कि जेल के अंदर दिल्ली के सीएम को इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है।आज भी आप सांसद संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह आरोप लगाया कि केजरीवाल के खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है और उन्हें शुगर होने के बावजूद जेल में इंसुलिन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।आम आदमी के वकील और डॉक्टर ने कोर्ट से कहा कि केजरीवाल को नियमित रूप से डॉक्टर के संपर्क में रहने दिया जाय।

आम आदमी पार्टी ने लगाया केजरीवाल की शुगर बढ़ाने का आरोप

ईडी पर आरोप लगाते हुए दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा- अरविंद केजरीवाल रोज 54 यूनिट इंसुलिन लेते हैं। इतनी मात्रा में इंसुलिन वही व्यक्ति लेता है, जिसे सीवियर डायबिटीज होती है। डायबिटिक पेशेंट क्या खाएगा, क्या एक्सरसाइज करेगा, ये तय रहता है। इसी वजह से कोर्ट ने उन्हें घर के खाने की परमिशन दी। भाजपा का अनुषांगिक संगठन ED केजरीवाल का स्वास्थ्य बिगाड़ना और उनका घर का खाना रोकना चाहता है। ED का ये कहना कि केजरीवाल मीठी चाय पी रहे हैं, मिठाई खा रहे हैं, सरासर झूठ है।

ईडी की तरफ से किया गया पलटवार

गुरुवार को ईडी ने सीएम की उस याचिका की सुनवाई के दौरान एक बड़ा दावा कर दिया जिसमें उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने डॉक्टर से सलाह लेने की अपील की थी। इस याचिका की सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि शुगर होने के बावजूद केजरीवाल तिहाड़ के अंदर रोजाना मिठाई, आम, पूड़ी-सब्जी जैसी चीज खा रहे हैं ताकि स्वास्थ्य को जमानत का आधार बनाया जा सके।

क्या मिल सकती है केजरीवाल को जमानत

अगर केजरीवाल को जामनत मिलती है तो कोर्ट ये देखेगा कि डायबिटीज कितना गंभीर है, और कितनी केयर की जरूरत है- इसे तय करने के लिए अदालत मेडिकल टीम बनाएंगी। ये दिल्ली के कई बड़े अस्पताल के डॉक्टर हो सकते हैं केजरीवाल का मेडिकल चेकअप किया जाएगा। इसके बाद डॉक्टरों की टीम अदालत में रिपोर्ट देगी. तिहाड़ जेल से अलग से रिपोर्ट ली जाएगी. दोनों का मिलान होगा ये देखा जाएगा कि जेल के भीतर कौन सी सुविधाएं हैं, जो शुगर के मरीज के लिए जरूरी हैं, और नहीं मिल पा रहीं. अगर अदालत को लगा तो मुख्यमंत्री को मेडिकल के आधार पर जमानत मिल जाएगी।

जामनत मिलने का क्या है आधार

जेल में बंद हर एक व्यक्ति को बेल मांगने का अधिकार होता है। चाहे  वो कितना भी मामूली या हाई प्रोफाइल आदमी हो, या कैसा भी जुर्म किया हो. आमतौर पर परिवार के करीबी की मौत, शादी, गंभीर बीमारी, कोई और अनहोनी, मेडिकल इमरजेंसी या फिर बैंक लॉकर से जरूरी चीजें निकालकर परिवार को सौंपने जैसे कामों के लिए जमानत मांगी जाती है।

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