जम्मू-कश्मीर चुनाव परिणामों में नेकां और कांग्रेस के गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है और उनके बेटे उमर अगले मुख्यमंत्री होंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में नेकां-कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनके बेटे उमर जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे, क्योंकि पार्टी और उसकी सहयोगी कांग्रेस ने मंगलवार को चुनाव परिणामों में आधे का आंकड़ा पार कर लिया है।
मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “लोगों ने अपना जनादेश दे दिया है. उन्होंने साबित कर दिया है कि उन्हें 5 अगस्त को लिया गया फैसला (अनुच्छेद 370 को हटाना) मंजूर नहीं है. उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री होंगे.”इस रिपोर्ट के दाखिल होने तक, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सात निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल कर ली थी और 34 सीटों पर आगे थी। अपने इंडिया ब्लॉक सहयोगी कांग्रेस के साथ, जो छह सीटों पर आगे चल रही है, पार्टी 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 46 के आधे आंकड़े से आसानी से आगे है।
उमर अब्दुल्ला ने दो सीटों बडगाम और गांदरबल से चुनाव लड़ा था. उमर ने जहां बडगाम सीट 18,485 वोटों के अंतर से जीत ली है, वहीं 15 राउंड की गिनती के बाद वह गांदरबल में 9,766 वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं। शुरुआती रुझानों में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलने के बाद उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल का मजाक उड़ाया, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई थी।
बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर की दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा था. इन दो सीटों के नाम बडगाम और गांदरबल है. दोनों ही सीटों से उमर ने जीत दर्ज की है. बडगाम में उमर अब्दुल्ला को 36010 वोट मिले. पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर 17527 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे. वहीं, उमर की दूसरी सीट यानी गांदरबल की बात करें तो यहां उमर को 18193 वोट मिले और उन्होंने जीत हासिल की. वहीं, 12745 वोटों के साथ पीडीपी के बशीर अहमद मीर दूसरे नंबर पर रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस साल की शुरुआत में बारामूला सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, जहां वह इंजीनियर रशीद के नाम से मशहूर निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल रशीद से हार गए थे।
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