उत्तर प्रदेश में अयोध्या के राम मंदिर समेत पांच जगहों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।धमकी मिलने के बाद राज्यभर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अयोध्या में श्रीरामलला मंदिर की सुरक्षा और अधिक कड़ी कर दी गई है। मंदिर परिसर में सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती बढ़ा दी गई है और हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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अयोध्या के राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी का ईमेल मिलने के बाद मामले में मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। बीते सोमवार की रात को भेजे गए ईमेल में मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के साथ ही सुरक्षा बढ़ाने की हिदायत दी गई थी।ईमेल मिलने के बाद व्यापक सर्च अभियान चलाया गया था और सतर्कता बढ़ा दी गई थी।
हालांकि, सर्च अभियान में कुछ भी नहीं मिला था फिर भी मामले को गंभीरता से लेते हुए राम जन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय के अकाउंट ऑफिसर ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।बता दें कि अयोध्या में हर रोज देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजर आ रहा है।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर धमकी भरे ई-मेल ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। अयोध्या स्थित श्रीरामलला मंदिर सहित चार अन्य जिलों-बाराबंकी, अलीगढ़, चंदौली और फिरोजाबाद-के कलेक्ट्रेट परिसरों को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकी दी गई है।
ये धमकी भरे ई-मेल तमिलनाडु के पते से भेजे गए हैं, जिनमें भाषा लगभग एक जैसी है। सभी संबंधित जिलों के डीएम की मेल आईडी पर ये संदेश भेजे गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक कुछ और जिलों में भी ऐसे मेल भेजे जाने की सूचना सामने आई है।
अयोध्या में अलर्ट
धमकी भरा मेल अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ईमेल आईडी पर पहले ही भेजा जा चुका था, जिस पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसके बाद से मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है और संदिग्धों की सघन तलाशी ली जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि यह किसी शरारती तत्व की करतूत भी हो सकती है, क्योंकि पूर्व में भी इस प्रकार के धमकी भरे ई-मेल सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके, कोई जोखिम न लेते हुए एटीएस और एसटीएफ को पूरे मामले की जांच में लगाया गया है।
चारों जिलों में बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड की मदद से पूरे परिसर की सघन जांच कराई गई है। अब तक किसी स्थान से कोई विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है।
अधिकारियों को निर्देश
सभी ज़िलों के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ईमेल भेजने वाले व्यक्ति या गैंग की पहचान के लिए साइबर विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी इस इनपुट से अवगत कराया गया है।