दिल्ली में जहरीली हवा, पहली बार AQI ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंचा; CAQM ने जारी किया एक्शन प्लान

दिल्ली में जहरीली हवा, पहली बार AQI 'गंभीर' स्तर पर पहुंचा

दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुँच गई, और इसने देश के सबसे प्रदूषित शहर के रूप में दिल्ली को दर्ज किया। इसके अलावा, सर्दियों के मौसम में पहली बार घना कोहरा भी देखने को मिला। यह पहला मौका है जब दिल्ली का औसत AQI 400 के पार पहुँच गया है।इस स्थिति के मद्देनज़र,एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाली पुरानी गाड़ियों के मुद्दे को सुलझाने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया है.ए उचित कदम उठाए जा सकें।

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दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। यह पहली बार है जब राजधानी में एक्यूआई 400 के पार पहुंचा हो। वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) का कहना है कि ग्रेप-4 (GRAP-4) लागू करने के लिए बृहस्पतिवार को समीक्षा की जाएगा।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 418 दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इस प्रकार, दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया। वहीं, बिहार के हाजीपुर में AQI 417 था, जो देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। दिल्ली का औसत AQI मंगलवार शाम 4 बजे 334 था, जबकि बुधवार सुबह 9 बजे यह 366 तक पहुँच गया, जिससे हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया।

यह सलाह राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर आधारित है, जिसमें यह निर्देश दिया गया है कि ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए जिनका जीवनकाल समाप्त हो चुका है (End-of-Life Vehicles)। पुराने BS-III और BS-II मानकों के तहत चलने वाली ये गाड़ियां, जो पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं, अब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में चलने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

इस मुद्दे पर पहले भी कई निर्देश दिए गए थे। इसे लेकर केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने इस पर तत्काल कार्रवाई तेज करने का आह्वान किया है। हालिया आंकड़े बताते हैं कि NCR में अभी भी कई पुराने वाहन चल रहे हैं, जिनके लिए नियामक हस्तक्षेप की सख्त जरूरत है।

हरियाणा में 2024 में 2,496 वाहन ज़ब्त किए गए, जबकि 2023 में यह संख्या 220 थी. यह इस क्षेत्र में पुराने वाहनों की समस्या को हल करने की दिशा में एक सकारात्मक रुझान को दर्शाता है, जहां ऐसे 27,50,152 वाहन हैं.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 ने शहर की वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में वर्गीकृत किया। बीते मंगलवार शाम तक, दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार 14 दिनों तक ‘बहुत खराब’ रही। इसमें सबसे बड़ा योगदान वाहनों से निकलने वाले धुएं का था, जो कुल प्रदूषण का 15.4 प्रतिशत था।

इसके अलावा, आस-पास के राज्यों में पराली जलाने के कारण प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ गई, जिसके कारण दिल्ली में धुंध की मोटी परत छा गई।

सीएक्यूएम ने भी एक्यूआई 418 पहुंचने पर बैठक की, जहां उप समिति ने बताया कि दिल्ली और आसपास के शहरों में ज्यादा कोहरा रहा। सुबह के समय दृश्यता शून्य रही। एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।हालांकि, तेज हवाओं के कारण, प्रदूषक सांद्रता और उसके कारण AQI में बृहस्पतिवार से गिरावट आने की उम्मीद है। अगले दिन AQI के ‘बहुत खराब’ श्रेणी में वापस जाने की संभावना है। इसी को देखते हुए ग्रेप-3 के प्रतिबंध लागू करने पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके लिए 14 नवंबर की समीक्षा की जाएगी।

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