जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में पति और नौसेना अधिकारी विनय नरवाल को खो चुकीं हिमांशी नरवाल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खबर सुनकर भावुक हो उठीं। आंखों में आंसू लिए उन्होंने सरकार से अपील की कि यह कार्रवाई यहीं खत्म न हो।हिमांशी ने कहा, विनय जब सेना में गए थे, तो उनका सपना था कि देश में शांति हो, निर्दोष लोगों की जान न जाए और आतंकवाद हमेशा के लिए खत्म हो। मुझे लगता है कि उनकी आत्मा इस ऑपरेशन में शामिल है। यह सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं, बल्कि हर उस महिला के सिंदूर का जवाब है जिसने आतंकवाद में अपने प्रिय को खोया है।
हिमांशी नरवाल, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अपने पति, भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को खो चुकी हैं, ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अपनी भावनाएँ साझा की हैं। हिमांशी ने कहा कि ये सिलसिला यहीं नहीं रुकना चाहिए…सभी टेररिस्ट को एक एक कर खत्म कर देना चाहिए।
हिमांशी ने कहा, “यह सिलसिला यहीं नहीं रुकना चाहिए, यह मेरे सिंदूर का हिसाब है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह कार्रवाई उन 26 निर्दोषों की हत्या का करारा जवाब है। उन्होंने यह भी कहा कि यह ऑपरेशन उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत मायने रखता है, क्योंकि उन्होंने अपने पति को खोया है।
हिमांशी ने यह भी अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई जारी रहनी चाहिए, ताकि उनके जैसे अन्य परिवारों को इस दर्द का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा, “हमने अपने सुहाग को खोया है, लेकिन हम चाहते हैं कि आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया हो।