वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी कॉरिडोर और न्यास गठन के खिलाफ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को मंदिर के गोस्वामी परिवार और व्यापारी समुदाय की बहुओं ने मंदिर के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखा।करीब 15 से अधिक महिलाओं ने डॉक्टर की मदद से अपना खून निकालकर विरोध स्वरूप पत्रों में अपनी पीड़ा व्यक्त की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर अपने आराध्य बांके बिहारी जी को नहीं छोड़ेंगे और कॉरिडोर के नाम पर वृंदावन के विनाश को स्वीकार नहीं करेंगे।
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वृंदावन में प्रस्तावित बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर और ट्रस्ट निर्माण योजना के खिलाफ विरोध और तेज़ हो गया है। सोमवार को गोस्वामी समाज की दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने अनोखे अंदाज़ में विरोध दर्ज कराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से पत्र लिखे।
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि यह मंदिर केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि वृंदावन की सांस्कृतिक आत्मा है, जिसकी पीढ़ियों से सेवा गोस्वामी समाज करता आया है। उनका आरोप है कि प्रस्तावित कॉरिडोर और ट्रस्ट व्यवस्था से परंपरागत धार्मिक प्रथाएं, सेवायतों के अधिकार और मंदिर की आत्मिक गरिमा प्रभावित होगी।
प्रदर्शन के दौरान महिलाएं मंदिर के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुईं और कॉरिडोर परियोजना के विरोध में नारेबाजी की। इसके बाद उन्होंने एक डॉक्टर की सहायता से खून निकलवाया और उससे पीएम और सीएम को पत्र लिखे। प्रदर्शन में शामिल नीलम गोस्वामी ने कहा कि, यह परियोजना हमारे धर्म और परंपरा पर आघात है।