महाकुंभ के दौरान उत्पन्न हुए भीषण जाम को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कड़े शब्दों में कहा है कि किसी भी हालत में जाम की स्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए। माघी पूर्णिमा के दिन से एक नया ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया गया है। इसके तहत मेला क्षेत्र और पूरे शहर को 12 फरवरी तक ‘नो-व्हीकल जोन’ घोषित किया गया है, और इस आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
महाकुंभ 2025 के चारों अमृत स्नान में से चौथा स्नान 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के अवसर पर होने जा रहा है। यह स्नान विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि माघ महीने का समापन इस दिन हो रहा है, और इस वजह से देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगमनगरी प्रयागराज पहुंचे हैं।
इसी कारण, शहर और मेला क्षेत्र में भारी भीड़ है और जाम की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। पिछले एक हफ्ते से प्रयागराज और आसपास के जिलों में जाम के हालात बने हुए हैं। शहर के सभी मार्गों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हैं।
महाकुंभ 2025 के दौरान जाम की समस्या से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। सरकार ने पूरे मेला क्षेत्र को 12 फरवरी तक ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया है। इस आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, प्रशासन ने 52 नए अफसरों की तैनाती की है ताकि यातायात व्यवस्था को बेहतर किया जा सके। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें, ताकि माघी पूर्णिमा के इस महत्वपूर्ण स्नान पर्व को सुगमता से संपन्न कराया जा सके।
सभी VIP पास रद्द कर दिए गए हैं, और यहां तक कि कल्पवासियों को भी अपने वाहन मेला क्षेत्र में नहीं लाने की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं को अपने वाहनों को शहर के बाहर ही पार्किंग में छोड़ना होगा। माघी पूर्णिमा के दिन अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर भी बंद रहेगा।
इसके अलावा, 52 नए अफसरों की तैनाती की गई है, और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है, ताकि माघी पूर्णिमा के दिन किसी प्रकार की असुविधा न हो। ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं को पैदल संगम जाना होगा, जो कि 8 से 10 किमी दूर है।